नई दिल्ली: अगर सरकार यूपीआई ट्रांजैक्शन पर फीस लगा देती है, तो 73% यूजर्स इसका UPI पेमेंट पर लगा चार्ज, तो छोड़ देंगे इस्तेमाल... सर्वे में लोगों ने दी अपनी राय
करना बंद कर देंगे। LocalCircles के सर्वे में ये बात सामने आई है। कई यूजर्स का मानना है कि अगर मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) लागू हुआ, तो ज्यादातर दुकानदार ये चार्ज सीधे ग्राहकों पर ही थोप देंगे। एजेंसी के मुताबिक डिजिटल पेमेंट्स काउंसिल ऑफ इंडिया (PCI) ने पीएम को चिट्ठी लिखकर यूपीआई ट्रांजैक्शन पर 0.3% का मर्चेंट डिस्काउंट (MDR) लगाने की मांग की है। PCI ने रूपे डेबिट कार्ड ट्रांजैक्शन पर भी MDR लगाने की बात कही है।
किस तरह का चार्ज होना चाहिए?
12% हर ट्रांजैक्शन पर फिक्स्ड फीस
2% ट्रांजैक्शन वैल्यू का एक परसेंट
11% एक तय लिमिट तक फिक्स्ड फीस
73% कोई चार्ज नहीं हो, चार्ज होगा तो इस्तेमाल बंद
2% कह नहीं सकते
16,295 लोग शामिल रहे सर्वे में
पिछले 12 महीनों में कितनी बार फीस लगी?
15% 10 बार या उससे अधिक
11% 6-9 बार
8% 3-5 बार
6% 1-2 बार
60% कभी नहीं
16,445 लोग शामिल रहे सर्वे में
यूजर्स फीस पर तेज बहस
यूजर्स से फीस का मसला अगस्त 2022 में तब सामने आया जब RBI ने एक फीस स्ट्रक्चर का प्रस्ताव रखा लेकिन इस प्रस्ताव को आगे नहीं बढ़ाया गया और सरकार ने कहा कि वे कोई चार्ज नहीं लगाएगी।
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